समस्तीपुर के 17 वर्षीय रामजी ने NASA की वेबसाइट में बड़ी खामी खोजी, जिससे उन्हें 'हॉल ऑफ फेम' में जगह मिली। जानें पूरी कहानी।
बिहार - समस्तीपुर: | 22 मई, 2025
भारत के बिहार के समस्तीपुर जिले के 17 वर्षीय रामजी राज ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की वेबसाइट पर एक तकनीकी त्रुटि की पहचान करके विदेश में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। इस उपलब्धि के सम्मान में नासा ने उन्हें अपने प्रतिष्ठित "हॉल ऑफ फेम" में शामिल किया है।
बिना किसी आधिकारिक प्रशिक्षण के, रामजी राज ने अपने दम पर डिजिटल तकनीकों का अध्ययन किया और हाल ही में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। YouTube और इंटरनेट के माध्यम से, उन्होंने एथिकल हैकिंग और साइबर सुरक्षा के बारे में सीखा। उन्होंने 14 मई की देर रात NASA की वेबसाइट में एक साइबर कमजोरी की खोज की और उसी शाम एजेंसी को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। NASA ने उन्हें सम्मानित किया, उनकी रिपोर्ट को स्वीकार किया और 19 मई को तकनीकी त्रुटि को ठीक किया।
तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण होने के अलावा, रामजी की कार्रवाई ने साइबर सुरक्षा के लिए उनकी सामाजिक जिम्मेदारी को भी प्रदर्शित किया। उनके अनुसार, यदि इस दोष को समय रहते ठीक नहीं किया गया होता तो डेटा सुरक्षा और साइबर धोखाधड़ी से जुड़ा एक बड़ा संकट पैदा हो सकता था।
उनकी इस उपलब्धि से समस्तीपुर समेत पूरे बिहार में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई है। रामजी को स्थानीय निवासियों, शिक्षकों और सरकारी प्रतिनिधियों से बधाई मिली है। अपनी तकनीकी दक्षता से ध्यान आकर्षित करने के अलावा, रामजी कभी-कभी स्थानीय पुलिस बल के साथ मिलकर साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियानों में भी भाग लेते हैं।
रामजी राज ने यह दिखा दिया है कि सीमित संसाधनों और ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े होने के बावजूद कड़ी मेहनत और लगन से वैश्विक स्तर पर सफलता हासिल की जा सकती है। उनकी यह उपलब्धि देश भर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भारत को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
लेखक: ब्योम टाइम्स न्यूज़ डेस्क
दिनांक: 22 मई 2025
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