रेलवे को मिली ₹3,399 करोड़ की परियोजना, MP-MH को लाभ

 रेलवे को मिली 3,399 करोड़ की मल्टी ट्रैकिंग परियोजना महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्य को मिलेगा फायदा

रेलवे को मिली 3,399 करोड़ की मल्टी ट्रैकिंग परियोजना से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश को होगा सीधा फायदा

भारत देश की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाली है भारतीय रेलवे, जो भारत के आर्थिक उन्नति के लिए अहम भूमिका निभाती है। भारतीय रेलवेज का नेटवर्क दुनिया के चौथे सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है।इस नेटवर्क से 7000 से अधिक स्टेशनों को जोड़ा जाता है। जहां रोजाना लगभग 23,000 ट्रेन संचालित होती है, जिसमें से 14,000 के करीब यात्री ट्रेनों को भारतीय रेलवे रोजाना संचालित करता है।जिससे रोजाना 2.5 करोड़ लोग रोजाना तौर पर यात्रा करते है।इसके साथ ही भारतीय रेलवे रोजगार का बड़ा केंद्र है, जहां 12 लाख से अधिक लोग सीधे तौर पर भारतीय रेलवे के संचालक में सहयोगी है। 

हालही में भारतीय सरकार द्वारा इसके नेटवर्क को ओर बेहतर करने के लिए एक लाई गई नई परियोजना सुर्खियों में है ।केंद्रीय सरकार द्वारा मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की रेलवे ढांचे को मजबूत करने के लिए 3,399 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। जो कि भारतीय ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को विश्व स्तरीय बनाने के लिए एक अहम कदम है।

जानिए कैसे इस परियोजना से बदलेगा भारतीय रेलवे ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, रोजगार और क्षेत्रीय विकाश में कैसे होगा अहम योगदान ।


क्या है इस परियोजना का उद्देश्य 


मल्टी ट्रैकिंग परियोजना से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश


केंद्रीय सरकार द्वारा हाल ही में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने के लिए 3,399 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दी गई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रेलवे नेटवर्क को मजबूत करना है इसके लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में बिछे सिंगल ट्रक को मल्टी ट्रैक में बदलना है।

जिससे रेल मार्गों पर होने वाले भीड़ को कम किया जाएगा। इसके साथ ही यात्री ट्रेनों ओर मालगाड़ियों के time table को भी बेहतर किया जाएगा।

इस विस्तार से भविष्य में मार्ग पर बढ़ने वाले मांग को पूरा करने के लिए एक अहम कदम होगा।


किस रूट्स पर होगा काम


केंद्रीय सरकार द्वारा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के रेलवे नेटवर्क को बेहतर करने के लिए मंजूर की गई 3,399 करोड़ी की परियोजना में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के सबसे व्यस्त रूट का चुनाव किया गया है। इन रूट्स पर हर दिन हजारों ट्रेनों का आवागमन होता है जिसमें यात्री ट्रेन के साथ साथ मालगाड़ी भी शामिल है। इन रूट्स में महाराष्ट्र के नागपुर से बिलासपुर सेक्शन पर ट्रैक के बनाने का काम किया जाएगा, इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कटनी से बिलासपुर मार्ग पर ट्रिपल ट्रैकिंग और अपग्रेडेशन का काम किया जाना है और इसके साथ ही कुछ हिस्सों पे क्वाड्रिपलिंग ट्रैक को तैयार किया जाना है है।


रेलवे को इससे क्या फायदा होगा


रेलवे के अनुसार, केंद्रीय सरकार द्वारा मंजूर की गई 3,399 करोड़ी की इस परियोजना से रेलवे को कई मायनों में लाभ पहुंचेगा। इसके साथ ही रेलवे का मानना है कि यह निवेश भविष्य में कही गुना ज्यादा लाभ पहुंचाएगा ।

इस योजना से आम लोगों को रोजगार के नए अवसार खुलेंगे। इससे ट्रांसपोर्ट के समय में कमी आयेगी और लॉजिस्टिक कॉस्ट में भी गिरावट होगी। नए आधुनिक रेलवे स्टेशन से यात्रियों को यात्रा में सहूलियत मिलेगी। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मेक इन इंडिया, गति शक्ति और नेशनल लॉजिस्टिक पॉलिसी की सहायता से रेलवे के डिजिटलीकरण, high speed ट्रेन और इलेक्ट्रिफिकेशन के साथ साथ ही मल्टीट्रैकिंग भी रेलवे की विकास में अहम कड़ी होगी।


पर्यावरण पर योजना का असर 


हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह योजना केवल खनिज आधारित उद्योगों के लिए उपयोगी होगी, जो कि अपने व्यापार के लिए इस रूट्स पर आधारित है। इसके साथ ही रेलवे की यह परियोजना पर्यावरण की दृष्टि से भी उपयोगी है, जहां रेलवे यात्रा के लिए साफ-सुथरा और ऊर्जा-कुशल परिवहन साधन है। अधिक ट्रेनों के संचालन से सड़को पर वाहनों की संख्या में गिरावट होगी जिससे वायु प्रदूषण में भी सीधे गिरावट होगी। 


लेखक: ब्योम टाइम्स न्यूज डेस्क 

दिनांक: 30 मई 2025 

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