विश्व पर्यावरण दिवस
| विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण के उपाय करते लोग |
पर्यावरण यह शब्द सुनते ही आपके मन में क्या आता है, कचरा, धूल, मिट्टी, पेड़ आदि लेकिन पर्यावरण सुनते ही आपके मन में पेड़ पौधे, शुद्ध हवा यह सब आना चाहिए।
विश्व पर्यावरण दिवस, हम पर्यावरण से जुड़े नियमों तथा उनसे कैसे बचे और उनके उपाय क्या है जिससे पर्यावरण बचा रहे। विश्व भर में इस दिवस को 5 जून को मनाते हैं।
चलिए, आज के इस ब्लॉग मै पर्यावरण से संबंधित विचार विमर्श करते है और साथ ही आपको यह भी बताते है कि पर्यावरण के संरक्षण म कैसे कार्य किया जाए, अन्य।
विश्व पर्यावरण दिवस 2025
पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी ताकि लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाई जा सके। यह निर्णय 5 जून से 16 जून तक लिया गया, जो संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में लिया गया था। इस दिन को कई संगठन, कंपनियाँ और सरकारें मिलकर मनाते हैं, और यह दिन पर्यावरण बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख अभियान माना जाता है।
यह दिन समुद्री प्रदूषण, जनसंख्या वृद्धि, ग्लोबल वार्मिंग, सतत विकास और वन्यजीव अपराध जैसे पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का काम करती है। विश्व पर्यावरण दिवस एक ऐसा वैश्विक मंच है, जिसमें हर साल 143 से ज्यादा देश हिस्सा लेते हैं। हर साल एक नया थीम तय किया जाता है। जिसके जरिए सरकारें, संगठन, समुदाय, कंपनियाँ और प्रसिद्ध लोग पर्यावरण बचाने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस के फायदे व नुकसान:
विश्व पर्यावरण दिवस के फायदे
पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ती है–लोगों को प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, वन्यजीव संरक्षण जैसे मुद्दों की जानकारी मिलती है।
वैश्विक भागीदारी–143+ देशों में मनाया जाता है जिससे पर्यावरण सुरक्षा का संदेश फैलता है।
सरकारी पहल को बढ़ावा–कई सरकारें नई पर्यावरण योजनाएं या कानून लाती हैं।
एक लाख स्कूल कॉलेज में बच्चों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया जाता है पेड़ लगाया जाता है और इससे पर्यावरण संरक्षण की रुचि बढ़ती है।
सामुदायिक गतिविधियां–वृक्षारोपण, सफाई अभियान जैसे - कार्यों से लोगों की भागीदारी बढ़ती है।
हमारे भारत देश का चौथा स्तंभ मीडिया है जिसके सहायता से लोग पर्यावरण दिवस के बारे में दूर-दूर तक वीडियो द्वारा, टीवी द्वारा, और समाचार द्वारा लोगों को अवगत कराते हैं।
मात्र एक दिवस से हानियां
5 जून यानी आज का दिन पर्यावरण दिवस मनाया जाता है लेकिन इसके बाद लोग अक्सर पर्यावरण के बारे में बातें नहीं करते और उसको वह भूल जाते हैं, यह एक बहुत बड़ा दुर्भग्य है।
दिखावटी कार्यक्रमों का असर बहुत ही कम रहता है। जैसा कि अक्सर कार्यक्रम तक सीमित रह जाता है, इस वजह से भी लोग पर्यावरण के प्रति ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं।
कचरा पैदा होने के कारण कुछ इस प्रकार है–बैनर, पोस्टर, प्लास्टिक आदि से नया प्रदूषण होता है।
ग्रामीण इलाकों में इस दिन का प्रभाव कम रहता है–जागरूकता सिर्फ शहरी क्षेत्रों में अधिक होती है।
विश्व पर्यावरण दिवस 2025
आज के इस ब्लॉग का यह कंक्लुजन निकलता है कि हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए खुद ही खड़े होना चाहिए और साथ ही अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए और आसपास के लोगों को भी पेड़ के प्रति, पर्यावरण के प्रति जागरूक करना चाहिए क्योंकि भविष्य में अगर हमारे पास सही वातावरण नहीं होगा. तो बहुत सारी आपदाओं का भी सामना करना पड़ सकता है। कुछ आपदाएं इस प्रकार है जैसे की मौसम का बदलना, ऑक्सीजन की कमी होना, बरसात का ना होना और हवा साफ ना होना। पर्यावरण एक तरीके से हमारे लिए सैनिटाइजर का काम करता है जो की हमारे शरीर के सभी रोग दोषों को नष्ट कर देती है, इसलिए हम सभी का एक ही काम होना चाहिए कि जितना हो सके, अपना पर्यावरण की रक्षा करना।
लोग पर्यावरण को बचाने के लिए बहुत सारी आधुनिक चीजों को नजरअंदाज करके पेड़ लगाने पर और पर्यावरण की रक्षा करने पर अपना ध्यान केंद्रित करें। ताकि भविष्य में उनका पर्यावरण की तरफ से कोई भी हानि ना हो।
पर्यावरण संरक्षण के लिए दिल्ली एनसीआर में स्थित नोएडा के प्रसिद्ध सामाजिक संस्था भारती मिथिला सहयोग समिति (रजि.) के अंतर्गत युवा टीम के सौजन्य से एवं युवा पर्यावरण संरक्षण सेना के तत्वाधान में सन 2018 से विद्यालयों एवं खाली स्थान पर वृक्ष लगाकर उनके संरक्षण में निरंतर कार्य करना, उत्कृष्ट है ऐसे ही सामाजिक उत्थान के प्रति अर्थात् पर्यावरण संरक्षण के प्रति - सामाजिक संस्थाओं का उदय होना जरूरी है। इसमें आम - जन का सहयोग अत्यंत आवश्यक है. आप सभी जहां कहीं सामाजिक संस्थानों की क्रियाकलाप सामाजिक उत्थान या पर्यावरण संरक्षण में हो, वहां पर अपनी भागीदारी आर्थिक रूप से, क्रियात्मक रूप से जैसे हों, सेवा भाव रूप से जरूर साझा करें।
आप सभी देशवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस की ढेर रास संग शुभकामनाएं।
जय हिंद ! जय भारत !
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