बिहार मतदाता सूची पर विवाद: दो लाख से ज़्यादा आपत्तियाँ, सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
| बिहार मतदाता सूची विवाद: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, 2 लाख से ज्यादा आपत्तियां दर्ज |
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। राज्य में चल रही विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया को लेकर अब तक 2 लाख से ज़्यादा आपत्तियाँ दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें से ज़्यादातर मामले मतदाता सूची से नाम हटाने या गलत तरीके से दर्ज नामों पर सवाल उठाने से जुड़े हैं।
हाइलाइट
- बिहार में चल रहा विशेष गहन संशोधन (SIR) एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है।
- मतदाता सूची से नाम हटाने/जोड़ने पर 2 लाख से ज़्यादा आपत्तियाँ दर्ज।
- सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई, राजद और भाजपा आमने-सामने।
- चुनाव आयोग ने समय पर प्रक्रिया पूरी करने का दावा किया।
राजद समेत विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से नाम हटाने की साजिश रची जा रही है। सुप्रीम कोर्ट आज इस मामले में दायर याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
वहीं, भाजपा ने इस मुद्दे को विपक्ष की राजनीतिक चाल बताते हुए कहा है कि चुनाव आयोग पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहा है।
चुनाव आयोग का रुख
चुनाव आयोग का कहना है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर दर्ज की गई सभी आपत्तियों की जाँच की जाएगी और 20 सितंबर तक उनका निपटारा कर दिया जाएगा। आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
राजनीतिक तापमान गरम
इस विवाद ने बिहार की राजनीति को और गरमा दिया है।
राजद का आरोप: अल्पसंख्यक और ग्रामीण मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं।
भाजपा का जवाब: राजद बेबुनियाद आरोप लगाकर भ्रम फैला रहा है, चुनाव आयोग निष्पक्ष है।
क्या है महोदय?
विशेष गहन संशोधन (श्रीमान) एक विशेष प्रक्रिया है!
अधिक जानकारी के लिए ब्योमटाइम्स के सभी इन्स्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर(X ) अधिकारिक पेज को फॉलो करें,
ब्योमटाइम्स - निर्भीक समाचार, निष्पक्ष सत्य।
संपर्क: byomtimes@gmail.com
0 टिप्पणियाँ